व्यक्ति को नकारात्मक सोच को पहचानना, सकारात्मक सोच अपनाना, व्यवहारिक परिवर्तन करना, और समस्या को हल करने की तकनीकें सिखाई जाती हैं।
हाँ, CBT को दवाइयों के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है, खासकर जब गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ होती हैं।
CBT से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, चिंता और अवसाद की कमी, बेहतर तनाव प्रबंधन, और सकारात्मक जीवन दृष्टिकोण मिलता है।
CBT में विचारों और भावनाओं के बीच संबंध को समझा जाता है, यह पहचानने के लिए कि नकारात्मक सोच किस प्रकार भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करती है।
CBT के लाभों में नकारात्मक विचारों को चुनौती देना, व्यावहारिक समस्याओं का समाधान, आत्म-संवेदनशीलता में वृद्धि, और जीवन की गुणवत्ता में सुधार शामिल हैं।
CBT की शुरुआत एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श करके की जाती है, जो व्यक्ति की समस्याओं को समझेगा और एक उपयुक्त योजना तैयार करेगा।
हाँ, CBT को घर पर ऑनलाइन थैरेपी, किताबें, और आत्म-सहायता तकनीकों के माध्यम से भी किया जा सकता है।
CBT में व्यक्ति की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनकी सोच और व्यवहार को बदलने की प्रक्रिया को प्रभावी बनाती है।
हाँ, CBT के दौरान असहजता महसूस हो सकती है, खासकर जब व्यक्ति अपनी नकारात्मक सोच और भावनाओं का सामना करता है, लेकिन यह आमतौर पर उपचार के लाभ के साथ ठीक हो जाती है।
CBT के बाद व्यक्ति में मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, सकारात्मक सोच और व्यवहार में बदलाव, बेहतर तनाव प्रबंधन, और आत्म-संवेदनशीलता में वृद्धि देखी जा सकती है।
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