गैसलाइटिंग: एक चुनौती और चिंता का मुद्दा

"गैसलाइटिंग" यह एक मनोवैज्ञानिक शब्द है जो एक व्यक्ति को धीरे-धीरे उसकी अपनी धारणाओं, विश्वासों और वास्तविकता से अलग कर देता है। गैसलाइटिंग का मतलब है किसी को उनकी सोच और अनुभूतियों पर संदेह दिलाना तथा उनको अपने विचारों को नकारने के लिए प्रेरित करना। इस प्रकार की व्यवहारिकता में, व्यक्ति अपने आत्मविश्वास को कमजोर महसूस करता है और उसे अपनी समझ में संदेह होता है। गैस लाइटिंग अधिकतर हमारे आसपास के रिलेशनशिप में देखी जाती है, जैसे की पति पत्नी , दोस्त , रिस्तेदार उदा - एक गैस लाइटर गलतियों के लिए दुसरो को दोषी ठहरता है , भले ही वे स्पष्ट रूप से खुद ही दोषी हो, लोगो का श्रेय चुराना, एक व्यक्ति अपने सहकर्मी के शब्दों को तोड़- मरोड़ कर पेश करता है, गैस लाइटर अवलोकवनो के महत्व को कम करता है। और जब कोई व्यक्ति गैस लाइटर का भोग बनता है तो वह अपने विचारो और खुद के प्रति नकारात्मकता महसूस करती है इस मनुपुलेशन को गैस लाइटिंग कहा जाता है।

गैसलाइटिंग एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक मानसिक हिंसा है, जिसमें एक व्यक्ति को अपने विचारों, भावनाओं और अनुभूतियों की मान्यता से वंचित किया जाता है। इस तरह व्यक्ति का आत्मविश्वास, आत्मसम्मान को तोड़ मरोड़ दिए जाता है और व्यक्ति खुद पर संदेह करता रहता है। ।गैसलाइटिंग के कई प्रकार हो सकते हैं, लेकिन सामान्यतः यह व्यक्ति के आत्मविश्वास को कमजोर करने की कोशिश करता है। इसका उदाहरण है किसी को उनके स्वार्थ के लिए धोखा देना, उनकी भावनाओं को नकारना, उनके विचारों का मजाक उड़ाना, और अन्य तरीकों से उनको असमर्थ बताना। इस प्रकार की व्यवहारिकता में, व्यक्ति अपने आप को समाधान और आत्मसमर्थ नहीं महसूस करता, और उसे अपने मानसिक स्वास्थ्य की खतरे का सामना करना पड़ता है।

गैसलाइटिंग को रोकने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका उसे पहचानना है। यदि किसी को ऐसा लगता है कि उनके साथ कोई ऐसा व्यवहार हो रहा है जो उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है, तो उन्हें इसे तुरंत निपटाने के लिए उपयुक्त संसाधनों का इस्तेमाल करना चाहिए इसमें मनोवैज्ञानिक सहायता ले। समाज में जागरूकता बढ़ाने, विचारों को महत्व देने, और साथ ही गैसलाइटिंग की चुनौतियों को पहचानने की क्षमता विकसित करने से हम एक स्वस्थ और सही दिशा में अपना कदम बढ़ा सकते हैं। गैसलाइटिंग एक गंभीर मानसिक समस्या है, और हमें इसे ठीक करने के लिए साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है।

गैसलाइटिंग को नियंत्रित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं।

पहले तो, गैसलाइटिंग की पहचान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब आपको लगे कि किसी ने आपके साथ इस तरह का व्यवहार किया है, तो उसे सामने लाना आवश्यक है। ध्यान दें कि गैसलाइटिंग का पहला कदम है उसे पहचानना। दूसरा, अपने विश्वासों में स्थिर रहें। जब आप अपने विचारों, भावनाओं, और अनुभवों पर पकड़ बनाए रखते हैं, तो गैसलाइटिंग की प्रभावित होने की संभावना कम होती है।तीसरा, संवेदनशीलता बनाए रखें। जब आप अपनी भावनाओं को महसूस करते हैं और उन्हें सही ढंग से व्यक्त करते हैं, तो गैसलाइटिंग का प्रभाव कम होता है। चौथा, सहायता मांगें। यदि आपको लगता है कि आप गैसलाइटिंग का शिकार हो रहे हैं, तो इसके बारे में अपने विश्वासपात्रों या आपके पास समर्थन देने वाले लोगों से बात करें। यह आपको समर्थन और मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है।गैसलाइटिंग को नियंत्रित करने के लिए, स्वयं की मान्यता और विश्वास को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

इसके अतिरिक्त, आपको सामने आने वाली स्थितियों को सही तरीके से देखना और समझना भी जरूरी है। यदि आपको लगता है कि आप या कोई और गैसलाइटिंग का शिकार हो रहे हैं, तो उसे नियंत्रित करने के लिए शीघ्र कदम उठाएं और सहायता लें।

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