OCD (Obsessive-Compulsive Disorder) एक मानसिक विकार है जिसमें व्यक्ति को बार-बार अनवांछित विचार (ऑब्सेसन्स) और व्यवहार (कंपल्शन्स) करने की आदत होती है।
OCD के इलाज के लिए आमतौर पर SSRI (Selective Serotonin Reuptake Inhibitors) दवाएँ, जैसे कि फ्लूक्सेटिन (Fluoxetine), सैरेट्रालाइन (Sertraline), और एस्किटालोप्राम (Escitalopram) उपयोग की जाती हैं।
SSRI दवाएँ मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाकर OCD के लक्षणों को कम करती हैं, जिससे व्यक्ति के विचार और व्यवहार पर नियंत्रण पाना आसान होता है।
अगर SSRI दवाओं से राहत नहीं मिलती, तो डॉक्टर कभी-कभी एंटीसाइकोटिक्स जैसे कि क्वेटियापिन (Quetiapine) या रीस्पीरिडोन (Risperidone) भी लिख सकते हैं।
हाँ, OCD के इलाज के लिए दवाएँ आमतौर पर लंबे समय तक लेनी पड़ती हैं, और यह दवा की प्रभावशीलता और व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है।
हाँ, दवाओं के साथ कॉग्निटिव-बेहेवियरल थैरेपी (CBT) भी महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह व्यक्ति को अपने OCD लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद करती है।
SSRI दवाओं के सामान्य साइड इफेक्ट्स में मतली, सिरदर्द, नींद की समस्याएँ, और यौन समस्याएँ शामिल हो सकती हैं।
हाँ, SSRI दवाओं का प्रभाव दिखाने में आमतौर पर 4 से 6 सप्ताह का समय लग सकता है।
सामान्यत: SSRI दवाओं का सेवन लत का कारण नहीं बनता है, लेकिन बेंजोडायजेपाइन जैसे दवाओं का अत्यधिक उपयोग लत का कारण बन सकता है।
हाँ, OCD की दवाएँ जीवनशैली पर प्रभाव डाल सकती हैं, जैसे कि वजन बढ़ना या नींद में बदलाव, इसलिए डॉक्टर की सलाह पर जीवनशैली में बदलाव करना महत्वपूर्ण होता है।
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