Procrastination FAQ

1) प्रोक्रास्टिनेशन क्या है?

प्रोक्रास्टिनेशन एक ऐसी आदत है जिसमें किसी कार्य को बार-बार टाला जाता है, विशेषतः जबकि उसे करने का समय हो रहा हो।

2) प्रोक्रास्टिनेशन क्यों होती है?

यह अक्सर समय व्यवस्था, संज्ञान में नहीं होना, भय, या काम की मान्यता में कमी की वजह से होती है।

3) प्रोक्रास्टिनेशन के क्या प्रकार होते हैं?

सामान्यतः कार्य शुरू न करना, कार्य को बीच में छोड़ देना, या उसे बार-बार बढ़ाना इन प्रकारों में होती है।

4) प्रोक्रास्टिनेशन के क्या नुकसान हो सकते हैं?

समय की बर्बादी, दुबारा से काम करने की जरुरत, और तनाव की वृद्धि हो सकती है।

5) क्या प्रोक्रास्टिनेशन एक मानसिक समस्या है?

हां, यह मानसिक विचार प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है जिससे व्यक्ति की कार्यशैली पर असर पड़ सकता है।

6) क्या प्रोक्रास्टिनेशन समय की प्रबंधन की कमी को दर्शाती है?

हां, यह व्यक्ति की क्षमता को प्रभावित कर सकती है क्योंकि वह कामों को समय पर समाप्त नहीं करता है।

7) प्रोक्रास्टिनेशन की वजह से कैसे निपटा जा सकता है?

सटीक लक्ष्य निर्धारित करना, समय व्यवस्था करना, और स्व-प्रेरणा को बढ़ाने के लिए उपायों का अनुसरण करना।

8) प्रोक्रास्टिनेशन से बचने के लिए क्या उपाय हैं?

कार्यों को तुरंत शुरू करना, समय का ठीक से प्रबंधन करना, और निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए खुद को प्रेरित करना।

9) प्रोक्रास्टिनेशन क्या लोगों को प्रभावित कर सकती है?

किसी भी उम्र में लोगों को प्रभावित कर सकती है, खासकर जो व्यापक काम या अध्ययन कर रहे हों।

10) प्रोक्रास्टिनेशन का उपाय कैसे किया जा सकता है?

लक्ष्यों का स्पष्टीकरण करना, समय व्यवस्था करना, और कार्य को छोटे-छोटे हिस्सों में विभाजित करना।

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