Self Love

लव एक ऐसी फीलिंग है जिसका हर किसी के लिए अलग मतलब होता है. हर कोई लाइफ में अलग-अलग तरह से प्यार का अनुभव लेते हैं. फिर चाहें वो रोमांटिक हो या अफेक्शनेट. अक्सर लोग अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के लिए ऑब्सेसिव लव का एहसास करते हैं क्योंकि लव किसी भी रूल का पालन नहीं करता है. वहीं अगर प्यार सच्चा होता है तो वो आपको लाइफ में हर कदम मोटिवेट करता रहता है. प्यार आपके रिश्ते को मजबूती और समझ प्रदान करता है. ऐसे में आज हमके लिए कुछ ऐसे संकेत लेकर आएं हैं जिनकी मदद से आप समझ सकते हैं सेल्फ लव क्या है और आपकी जिंदगी में क्या होती है इसकी महत्ता. सेल्फ लव को आमतौर पर लोग सेल्फिशनेस समझ लेते हैं. लेकिन ऐसा नहीं सेल्फ लव का मीनिंग अपने आप में इससे कहीं ऊपर होता है, तो चलिए जानते हैं सेल्फ लव क्या है और लाइफ में क्यों है ये जरूरी......

सेल्फ लव , सेल्फिशनेस, और नर्सिसिअम क्या है इनमे अंतर ?

खुद से प्यार करना एक खुशहाल जिंदगी जीने का खूबसूरत रास्ता है। जो लोग खुद से प्यार करते हैं वे शारीरिक तौर पर तो स्वस्थ रहते ही हैं, साथ ही साथ उनका मन भी शांत रहता है। वे अपने स्वास्थ्य पर, अपने काम पर ज्यादा फोकस करते हैं। जब व्यक्ति को अपने आप से प्यार होता है, तो वह अपने आप के लिए पॉजिटिव महसूस कर सकता है। वह सकारात्मक सोच और ऊर्जा से भरा होता है। इसका असर उनके पर्सनल और प्रोफ्रेशनल लाइफ दोनों पर पड़ता है। उसे अपने आत्मसम्मान का भी ध्यान रहता है।

हालांकि, अपने आप से प्यार करने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि व्यक्ति स्वार्थी बन जाए और हमेशा अपने हित के बारे में ही सोचे। हमेशा याद रखें खुद से प्यार करने और स्वार्थ रखने के बीच एक पतली रेखा होती है। अगर अपने हित के लिए किसी और को परेशानी हो तो इसका मतलब खुद से प्यार करना नहीं, बल्कि स्वार्थी बनना होता है। हां, अगर कोई आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश करे तो उस दौरान खुद के लिए कदम उठाने से पीछे न हटें।

सेल्फ लव अर्थात - खुद के प्रति जागृत होना। नरसिस्म (Narcissisms) अर्थात - यह एक मनोविज्ञानिक विकार है आत्ममुग्धता में व्यक्ति का अहंकार आंतरिक हो जाता है। उन्हें अपने शरीर से बहुत प्यार होता है, वे अपने बारे में ऊँचा सोचना पसंद करते हैं। उनका मानना है कि वे आम लोगों से अलग हैं और उनमें कुछ विशेष और असाधारण कौशल हैं। उनका दृढ़ मत है कि उनकी जो भी इच्छाएं हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर पूरा किया जाना चाहिए। ऐसे लोग न केवल दूसरों का शोषण करते हैं बल्कि यह भी मानते हैं कि उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। उनकी इच्छाएं दूसरों की तुलना में अधिक तीव्र होती हैं। उनमें कुछ विशेष प्रकार की विशेषताएं है , और वह एक अमूल्य व्यक्ति हैं, ऐसा उनको भ्रम है। नरसिस्म एक गंभीर मानसिक अवस्था है और सेल्फ लव के बिलकुल विपरीत है।

क्या है सेल्फ लव? (What Is Self Love)

लव हमेशा दो लोगों के बीच ही नहीं होता है. खुद को स्वीकारना और सराहना करना भी प्यार का एक रूप होता है. सेल्फ लव एक ऐसा प्रोसेस है जोकि आपको खुद से प्यार करने का महत्व सिखाती है। सेल्फ लव का मतलब है अपने आप को वैसे स्वीकारना जैसे आप हो। खुद का ध्यान रखना, खुद के लिए समय निकाले, अपने बॉडी, अपने विचार अपनी भावनाओ का ध्यान रखना, खुद के प्रति दयालु रहना, अपनी गलतियों के प्रति खुद की आलोचना न करे, खुद को माफ़ करे, खुद की औरो से तुलना न करना, खुद के प्रति अपना नजरिया बदले, खुद को प्रोत्साहित करना। किसी भी परिस्थिति में खुद का ध्यान रखना। सेल्फ लव अपने से प्यार करना खुद का ख्याल रखना कठिन परिस्थिति में खुद को हिम्मत देने का काम है। सेल्फ लव के कारन हम अपनी और औरो के प्रति भावुकता रखते है जिस तरह का व्यव्हार खुद महसूस नह करना चाहते।

सेल्फ लव के कुछ संकेत।

  1. व्यक्ति खुद के भावनाओ के प्रति जागृत है। वह क्या सोचता है, क्या महसूस करता है, अपनी शरीर के प्रति कितना ध्यान देता है, किसी भी स्थिति में खुद का ख्याल कैसे रखता है।
  2. जो लोग सेल्फ लव में होते हैं तो वो अपनी खुद की केयर पर पूरा ध्यान देते हैं. ऐसे में वो अपनी जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए हेल्दी डाइट, डेली एक्सरसाइज और रोजाना पर्याप्त नींद का महत्व समझते है।
  3. जो लोग सेल्फ लव की महत्ता को समझते है, तो वो अपनी लाइफ में उन चीज़ो से दूर रहते है, जो की उनके शारीरिक और मानसिक अवस्थ को नुकसान पुह्चते है, ऐसे में वो हर्ट और दुःख देने वाले लोग और परिस्थियों से दुरी बनाते है।
  4. जो लोग खुद से प्यार नहीं करते वो लोग छोटी छोटी चीज़ो पर खुद को कोसते रहते है, जिससे उनका आत्मा सम्मान और आत्मा विश्वास में कमी दिखाई देती है। सेल्फ लव करने वाले लोग असफताओं को सफलता में बदलने का गुण रखते है। इस तरह से वे खुद को हर वक़्त मोटीवेट रखते है।
  5. सेल्फ लव को बनाये रखने के लिए नई नई चीज़ो को सीखे, समजे उन्हें अपने जीवन में उतरे, अपनी गलतियों को सुधरे और खुद पर विश्वास रखे, खुद को मोटीवेट रखे।

वास्तविकता में सेल्फ लव प्यार की पहली सीधी है। इसके माध्यम से हम प्यार क्या है, यह जान सकते है, सही मायने में जब आप खुद से प्यार करना सिख जाते है, तब ही किसी दूसरे को प्यार कर पाते है।

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